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Bihar Politics Chirag Paswan: जब चिराग बने राष्ट्रीय अध्यक्ष, तो चाचा पारस ने भी कुछ नया कर दिया, जिससे राजनीति गर्म हो गई।

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Bihar Politics Chirag Paswan

पशुपति पारस ने दिल्ली से लौटने के बाद बड़ा निर्णय लेते हुए रालोसपा की प्रदेश कमेटी को भंग कर दिया और भतीजे प्रिंस पासवान को इसकी जगह दी। अब प्रिंसिपल पासवान ही राज्य स्तर पर सभी विभागों को पुनर्गठित करेंगे। वहीं, पशुपति पारस ने दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात कर राजनीतिक चर्चा की।

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Bihar Politics Chirag Paswan Nation President: जब चिराग बने राष्ट्रीय अध्यक्ष

झारखंड की राजधानी रांची में एक बार फिर से लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के सुप्रीमो चिराग पासवान को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है, अब चाचा पशुपति पारस ने भी कुछ किया है।

पशुपति पारस ने रालोसपा प्रदेश कमेटी को भंग कर दिया

पशुपति पारस ने रालोसपा की प्रदेश कमेटी को भंग कर दिया है। विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए कमेटी और सभी प्रकोष्ठों को नया बनाया जाएगा। मंगलवार को रालोसपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल ने इसकी पुष्टि की। पार्टी प्रदेश अध्यक्ष श्री राज को रालोसपा की राज्यकार्यकारिणी और प्रकोष्ठों को पुनर्गठित करने का आदेश दिया गया है।

पशुपति पारस ने दिल्ली में अमित शाह के की मुलाकात

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को उनके आवास पर राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस से मुलाकात की। इस अवसर पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व सांसद प्रिंस राज पासवान भी उपस्थित थे। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल ने बताया कि मुलाकात 30 मिनट से अधिक चली और बिहार की राजनीति पर चर्चा हुई।

चिराग पासवान से बिहार को बड़ी उम्मीद : जिलाध्यक्ष

Bihar Politics Chirag Paswan Nation President of LJP (R) : रांची में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई। सभा के बाद चिराग पासवान ने एक प्रेस वार्ता में बैठक में लिए गए निर्णयों की जानकारी दी। बैठक में उन्हें फिर से राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया। एनडीए के तहत या अकेले हम लोग चुनाव लड़ेंगे। हम सब एनडीए का सदस्य हैं। गठबंधन के तहत झारखंड में चुनाव लड़ेंगे। चिराग ने संकेत दिया कि वह चुनाव अकेले भी लड़ सकता है। कार्यकारिणी की बैठक में देश के कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई, उन्होंने बताया। एससी-एसटी आरक्षण भी मुद्दा था। हम सब एक दूसरे का विकास करते हैं।

Chirag Paswan कितनी सीटों पर लड़ेंगे

Bihar Politics Chirag Paswan Nation President ने प्रधानमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि लोजपा झारखंड में कई कार्यक्रम करेगी। लोजपा ने मैनिफेस्टो के साथ काम करना शुरू कर दिया है। झारखंड में एनडीए की सरकार होगी। लोग वर्तमान हेमंत सरकार से नाराज हैं। झारखंड की जनता बदलाव चाहती है। NDA के नेतृत्व में झारखंड विकसित होगा। कार्यक्रमों की श्रृंखला बनाई जा रही है। विभिन्न जिलों में अलग-अलग कार्यक्रम बनाए गए हैं। पार्टी का बल बढ़ाना लक्ष्य है। लोजपा कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी, उन्होंने नहीं बताया।

कांग्रेस पर कही बड़ी बात

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हम मजबूत स्थानों पर बैठकर चर्चा करेंगे। हमारी राज्य इकाई बेहतर काम करती है। युवा महिलाओं पर ध्यान केंद्रित है। चिराग पासवान ने बांग्लादेशी घुसपैठियों पर भी चर्चा की। JK में कांग्रेस और NC के गठबंधन ने कहा कि 370 देशविरोधी बल को हटाने के लिए हटाया गया था, और कांग्रेस इसका समर्थन कर रही है। हम इसके खिलाफ हैं। हम भी केंद्र सरकार के साथ खड़े हैं।

दोबारा राष्ट्रपति बनने के लाभ

एक बार फिर Bihar Politics Chirag Paswan Nation President लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने के कई राजनीतिक अर्थ हैं। यह निर्णय पार्टी में एकता और स्थिरता का संकेत देता है। पार्टी चिराग पासवान के नेतृत्व में मजबूत होगी। इस निर्णय से बिहार ही नहीं पूरे देश में पार्टी का विस्तार हो सकता है। इसके अलावा, चिराग पासवान की राजनीतिक पकड़ मजबूत होगी और पार्टी में असहमति दूर होगी। यह निर्णय चिराग पासवान की राष्ट्रीय प्रतिष्ठा को बढ़ा देगा। बल्कि, पार्टी इस निर्णय से एक नई शुरुआत कर सकती है। पार्टी के लोगों ने पार्टी प्रमुख स्वर्गीय राम विलास पासवान पर किया गया भरोसा चिराग पासवान पर भी रखेगा।

चाचा से विवाद बढ़ा

आपको बताते चलें कि चिराग पासवान के पिता रामविलास पासवान की मृत्यु के बाद उनकी पार्टी में विवाद हुआ। उनके चाचा चिराग पासवान और उनके चाचा पशुपति कुमार पारस के बीच झगड़ा सामने आया। चिराग पासवान ने भी पशुपति कुमार पारस पर पार्टी को तोड़ने का आरोप लगाया था। चिराग ने इसके बाद पार्टी को फिर से मजबूत किया और पिछले लोकसभा चुनाव में उनके गुट को पांच सीटें मिली, सभी पर जीत दर्ज की। दूसरी ओर, उनके चाचा पशुपति पारस को कोई जगह नहीं मिली।

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